Apr 14, 2012

RAJU RANA DANGAL AT SIRASPUR VILLAGE

By Deepak Ansuia Prasad
राजू राणा दंगल !

31 मार्च 2012 , कुश्ती के महान गुरुवों में से एक दिवंगत गुरु हनुमान जी का जन्म दिवस है ! आजादी के बाद के हिन्दुस्तान के इतिहास में गुरु हनुमान का विशिष्ट स्थान है ! कुश्ती का जहाँ भी नाम आता है गुरु हनुमान जी का नाम जरूर आता है ! ऐसे महान गुरु न दुनिया में हुए और न आगे होंगे, पूरे सौ साल आजीवन ब्रह्मचारी रहकर पहलवानों की सेवा करने वाले गुरु जी कहते थे की मेरी शादी तो कुश्ती से हुई है ! और ये पहलवान मेरे बच्चे है ! अपने पहलवानों को अपने बच्चों सा प्यार देने वाले गुरु हनुमान जी ने आजीवन , पहलवानों को आगे बढ़ने और अच्छा जीवन जीने के अनेकों मन्त्र दिए ! आज भी उनकी शिक्षाएं अखाड़े की दीवारों पर देखी जा सकती है ! गुरु हनुमान जी ने देश के कोने कोने के घर - घर से बच्चो को लाकर पहलवान बनाया ! उनके शिष्यों में 16 अर्जुन अवार्ड विजेता , 1 ध्यानचंद अवार्ड, ५ पदम् श्री , और अनेकों -२ टाइटल प्राप्त पहलवान है, महाबली सतपाल, भगत सिंह , रामफल, सज्जन , सुदेश, प्रेमनाथ, जगमिंदर, चरण दास , सुभाष वर्मा, संजय पहलवान , राजीव तोमर ! नवीन मोर .. अनगिनत नाम इस सूची में शामिल है ! स्वयं राजीव तोमर पहलवान ने भारत केसरी प्रतियोगिता 38 से अधिक बार जीती है , और हिंद केसरी भी रह चुके है !

गुरु हुनमान की 112 जयंती 31 मार्च 2012 को सिरस पुर गाँव के निवासी एक यादगार दिवस के रूप में मनाना चाहते थे , अतः गुरु राजू राणा ने इस दिन को एक यादगार दिन के रूप में स्थापित कर दो दिनों के एक विशाल दंगल का आयोजन कर गुरु जी को एक सच्ची श्रधांजलि दी !

दंगल की सूचना देश भर के अखाड़ों को फोन , पोस्टर या पहलवानों के जरिये भेजी गई, समाचार पत्रों में भी सूचना छापी गई इस प्रकार यह दंगल एक राष्ट्रिय स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता के रूप में संपन्न हुआ !

गुरु जी के प्रिय शिष्य रहे पहलवान राजू राणा सिरसपुर गाँव के निवासी है ! राजू राणा जी का गाँव सिरस पुर में एक सुन्दर अखाडा है , जिसमे वो अच्छे पहलवान तैयार कर रहे हैं ! उन्होंने स्वयं और अपने गाँव के निवासियों के आशीर्वाद से पहलवानों के लिए अखाडा, मैट हाल , ठहरने की व्यवस्था , किचन इत्यादि का निर्माण किया है ! गुरु राजू राणा स्वयं भी और अपने पुराने साथी पहलवानों की की मदद से पहलवानों की कोचिंग की व्यवस्था कर रहे है , हालाँकि सरकारी सहयोग यहाँ भी नगण्य दिखा है !

विशाल दंगल दो भागों में विभक्त था पहले दिन बालक और बालिका केसरी टाइटल के लिए कुश्तियां लड़ी जानी थी ! बालक वर्ग में 25 , 30 , 35 , 40 45 और 50 किलो भार की स्पर्धाएं थी ! बाळ केसरी के लिए 50 किलोग्राम और बालिका केसरी के लिए 45 किलोग्राम भर वर्ग में स्पर्धा थी ! बाल केसरी के लिए 11000 रुपये नकद, गुर्ज और पट्टा तथा बालिका केसरी के लिए 5100 नकद , गुर्ज और पट्टा , इसी प्रकार अन्य वर्गों में 3100 , 2100 आदि के इनमे थे , सभी हारने और जीतने वाले पहलवानों के लिए भी कुछ न कुछ इनाम की व्यस्था , तथा किराये , खर्चे की भी व्यस्था थी , गुरु राजू राणा की तरफ से खाने की व्यस्था बहुत अछि थी , देसी घी में तली पूरियों, सब्जी और ऊपर से देसी घी की जलेबिया खा कर तो मुझे भी बहुत आनंद आया !

बल केसरी की कुश्ती राजू राणा अखाड़े के सोना पहलवान ने जीती , उन्होंने पहले चक्र में ही रोहित पहलवान को धूल चटा बाळ केसरी का ख़िताब जीता! रोहित एक बहुत अच्छा पहलवान है , उसने गुरु राजकुमार गोस्वामी अखाड़े के खिताबी दावेदार पहलवान मनीष को एक बहुत ही संघर्षपूर्ण मुकाबले में हराकर फ़ाइनल में प्रवेश किया ! मनीष और रोहित की कुश्ती दंगल की एक यादगार कुश्ती के रूप में जानी जायेगी ! इसी प्रकार बालिका केसरी का ख़िताब सिरस्पुर की सोनिया ने जीता उन्होंने सिरस्पुर की ही मंजू को मात्र पांच सेकंडों में चित्त कर ख़िताब अपने नाम किया !

दंगल में जाने माने फिल्म कलाकार प्रवीण कुमार ने भी शिरकत की ! प्रवीण कुमार एक उच्च कोटि के फिल्म कलाकार है, उन्होंने महाभारत नमक महान सीरियल में भीम का यादगार पात्र अदा किया था , वो स्वयं भी एक अच्छे खिलाडी रहे हैं , और उन्हें भारत सरकार द्वारा एक खिलाडी को दिए जाने वाले, सर्वोच्च सम्मान , अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित होने का भी गौरव प्राप्त है ! प्रवीण कुमार , गुरु राजू राणा , गुरु महासिंह राव , , ज्योति पहलवान , अलका तोमर द्वारा पहलवानों को इनाम बांटे गए और गुर्ज व् पट्टा पहनाया गया !
इस प्रकार गुरु राजू राणा ने अपने गुरु हनुमान जी के 112 जन्मदिवस के उपलक्ष्य में यहाँ दंगल करा कर , इसे एक अविस्मरनीय दिवस बना दिया !


ENGLISH VERSION

Padam Shree Guru Hanuman was one of the greatest gurus of Indian traditional wrestling. He remained unmarried throughout his life and lived in his Akhara at Roshnara Road along with his pupils. He made his Akhara a factory of wrestlers and his students won almost every wrestling title there is – in India and internationally, including the Olympics.

Amongst his favorite students was Raju Rana of Siraspur Village near Delhi. Under Guru Hanuman’s guidance, Raju Rana became a great wrestler and he now runs a very good akhara of his own in Siraspur.

To celebrate what would have been the 112th birthday of Guru Hanuman, Guru Raju Rana ji and the people of Siraspur oraganised a great wrestling competition. The tournament was divided into two parts,

Guru Hanuman Balika Kesari dangal (the title of top girl wrestler) and Bal Kesari Dangal (the title of top boy wrestler). The weight classes were 25 kg, 30 kg, 35 kg, 40 kg, 45 kg and 50 kg -- but the girls only went to 45 kg.

There was a prize of 11000/- one mace (gurj) and one patta (cloth) for the boys title and 5100/- one mace and one patta for the girls title. There were prizes for second and third place as well. And all the wrestlers got a small prize whether they won or lost.

The rules for the competition were a mix of Indian traditional wrestling rules and freestyle rules. There were bouts of 3 to 6 minutes for the children of weights up to 45 kgs and there were two rounds for title competition of 3 minutes each. The bouts were decided on points or by fall.



MATCH SUMMARIES:
Sona of Raju Rana vs Rohit Pahalwan
Sona won the bal kesari title by defeating Rohit Pahalwan. The match was pretty one-sided. Sona is such a good wrestler he dominated his opponent and easily pinned him in the first round. A big crowd was gathered to see him get his title, including film star Parveen Kumar, who played the character of Bheema in the epic serial Mahabharata, and who himself is an Arjun Awardee sports person. Sona also defeated Arun of Jaiveer Akhara in the semifinals.

Rohit Kumar vs Manish Kumar
Manish was also a strong contender for the title. He pinned most of his opponents on his way to the semifinals. But Rohit was also a very good wrestler. He has won medals in the national games and many other competitions. It was a very tough match and the score was tied at the end of the first period. In the second round, Rohit scored first, leaving Manish struggling for points. He desperately tried a pinning technique but Rohit fought him off. He tried again, but this time rohit not only saved himself but scored a point on the counter attack. The match ended with the score 7-3 in favor of Rohit, moving him on to the finals, while Manish took third place.

Annu Pahalwan.
Annu is a very good wrestler of Tavadu Village who trains at Chatarsaal Stadium. He made his way into the finals by defeating another Chatrasaal Stadium wrestler named Sajan. Annu also defeated Rahul of Chatarsaal Akhara in an impressive bout. Annu fought Amit of Biccho Akhara in the quarterfinals. The match ended in a draw, but since Annu was wrestling up a weight class, they gave the match to Annu.

The 30 kg final was between Nikhil of Jaiveer Akhara and Manish of Guru Munni. Manish pinned Nikhil and won 2100/- prize along with his gold medal.

Pavesh from Bopaniya Akhara and Karan from Guru Munni Akhara wrestled in the 35kg final. Parvesh took lead in the beginning won the match on points.

Balika Kesari Sonia of Siraspur.
The girls title match was won by Sonia of Siraspur. She stormed into finals after defeating her opponents by fall every time. She was so good that she pinned her opponent Manju, in the finals in five seconds. Manju defeated Usha in the semifinals. Sonia was awarded the mace, the prize money and the patta by Parveen Kumar, Jyoti Pahalwan, and Guru Maha Singh Rao.

















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2 comments:

  1. Haven't seen a match of Jeetu pehlwan for long time, what happen?

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  2. He is recovering from an injury

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