Mar 23, 2014

नलवाड़ी के अखाड़े में भिड़े पहलवान

दिव्य हिमाचल


बिलासपुर — नलवाड़ी मेले के दंगल में ऊना के पहलवान सागर ने नालागढ़ के पहलवान को पटकनी देकर जीत के साथ आगाज किया। बिलासपुर के लुहणू मैदान में राज्य स्तरीय कुश्ती का दंगल सज गया हैं। कुश्ती के प्रथम दिन नामी-गिरामी पहलवानों ने खूब दमखम दिखाया। मेला कमेटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त डा. अजय शर्मा ने अखाड़ा में पूजा-अर्चना कर गुरुवार को चार दिवसीय कुश्तियों का विधिवत श्रीगणेश किया। इससे पहले उपायुक्त डा. अजय शर्मा का कुश्ती ग्राउंड में पहुंचने पर समिति के संयोजक एवं पुलिस अधीक्षक कपिल शर्मा ने स्वागत कि उन्हें पगड़ी तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर समिति के सदस्य रोशन लाल ठाकुर, राम लाल पुंडीर, प्रेम टेसू, राम शरन, एपी नडडा, एसके भटटा, खुशी राम गर्ग, हर्ष ठाकुर, बाबू राम, एएसपी भूपेंद्र कंवर व डीएसपी प्रताप ठाकुर के अतिरिक्त खेल प्रेमी भी उपस्थित थे।

कुछ ऐसे होंगे वर्ग

मेले में दो तरह की कुश्तियों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें सामान्य वर्ग की कुश्तियां 20 से 23 मार्च तक चलेंगी, जिसमें सभी आयु वर्ग के पहलवान भाग लेंगे, जबकि हिम कुमार की कुश्तियों का आयोजन 21 से 23 मार्च तक किया जाएगा।

पहलवानों पर बरसेगा पैसा

कुश्ती के विजेता पहलवान को पुरस्कार स्वरूप 71 हजार रुपए के साथ बड़ा गुर्ज तथा उपविजेता को 51 हजार रुपए की नकद राशि पुरस्कार के रूप में प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार तीसरा तथा चौथा स्थान प्राप्त करने वाले पहलवानों को क्रमशः 25 हजार तथा 20 हजार रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी। हिम कुमार कुश्ती के विजेता को 31 हजार रूपए तथा उपविजेता को 21 हजार रुपए पुरस्कार के रूप में प्रदान किए जाएंगे। इस वर्ग में तीसरा तथा चौथा स्थान प्राप्त करने वाले पहलवानों को क्रमशः 15 हजार तथा 10 हजार रुपए की राशि प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।

हिमाचली ही बनेगा हिम कुमार

हिम कुमार के लिए केवल हिमाचल के पहलवान हिस्सा ले सकते हैं। इसके लिए आयु सीमा 21 वर्ष तय की गई है। उन्होंने बताया कि इसके लिए पहलवान का हिमाचल का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है। उसे संबंधित पंचायत द्वारा जारी किया गया प्रमाणपत्र 21 मार्च को दोपहर एक बजे तक कुश्ती उपसमिति के पदाधिकारियों को प्रस्तुत करना होगा।

1 comment:

  1. Him Kumar won by Nagendar from kanra,nurpur & Rubal won in badi maali by deafting garauv machiwara

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