May 14, 2014

A World-Class Wrestling School: Guru Rambir’s Akhada in Haryana

By Deepak Ansuia Prasad




गुरु रामबीर अखाडा ,
सांपला जिला झज्जर , हरयाणा

रोहद गाँव के सुनील रुहिल मेरे मित्र हैँ , उन्होने बताया कि सांपला मे गुरु रामबीर एक बेह्तरीन कुश्ती अखाडा चलाते हैं। मैंने अखाडा देखने कि और वेबसाइट कुश्तीरेसलिंग के लिये कवर करने कि इच्छा जाहिर क़ी तो वह अपने मित्र धौला प्रधान के साथ हमें अखाड़े पर ले आये। वहां गुरु रामबीर और उनकी अकादमी मे कोचिंग दे रहे NIS कोच विचित्र दाहिया से मुलाकात कर बहुत अच्छा लगा। मेरे साथ मेरे मित्र व कुश्ती कोच राजेश पहलवान ने कवरेज मे हाथ बँटाया , भाई सुनील , धोले प्रधान , राजेश जी , रामबीर पहलवान व NIS कोच विचित्र दाहिया को हार्दिक धन्यवाद।

बातचीत में गुरु रामबीर ने बताया कि उन्होने अस्सी के दशक मे गाँव छारा मे पहलवानी क़ी शुरुआत क़ी , और फिर छत्रसाल स्टेडियम पहुंचे , उन्होने आल इंडिया अन्तर विश्वविद्यालय कुश्ती प्रतियोगिता मे सिल्वर व ब्रॉन्ज़ मैडल व अन्य कई पदक हासिल किये। मिटटी की कुश्ती में भी उनका प्रदर्शन शान्दार रहा। उन्होंने नेशनल व् जूनियर नेशनल कुशती प्रतियोगिता मे भी स्वर्ण पदक प्राप्त किये। गुरु रामबीर वर्ल्ड चैंपियनशिप के प्रतिभागी भी हैं। इस प्रकार गुरु रामबीर कुश्ती के एक जानकार और पारखी गुरु हैं।

गुरु रामबीर अखाड़े मे हरयाणा सरकार द्वारा 45 बच्चों को अडॉप्ट कर उनकी नसर्री तैयार की जा रही हैं। ट्रायल के आधार पर बच्चों का चयन होता हैं। और हरयाणा सारकार बच्चोँ को आर्थिक मदद भी देती हैं , अमूमन यही वयवस्था हरयाणा मे सभी खेलो के लिये हैं। बच्चों को सरकारी कोच NIS कोच विचित्र दाहिया प्रशिक्षण दे रहे हैं जो स्वयं मे इंटरनेशनल लेवल के पहलवान हैँ। उनका सीनियर व् जूनियर नेशनल मे मैडल , ऑल इंडिया पुलिस गेम्स मे गोल्ड व वर्ल्ड चैंपियनशिप मे पार्टिसिपेशन हैं, उनका मानना हैं की बच्चों को अधिक से अधिक मैट पर प्रशिक्षण लेना चाहिए। हरयाणा सरकार का यह एक बहुत ही सराहनीय कदम हैं। यही कारण हैं की हैं कि हरयाणा स्पोर्टस मे पहले स्थान पर हैं। अन्य सभी राज्य यदि हरयाणा का अनुसरण करें तो देश मे खेलो के विकास में बहुत वृद्धि होगी।

अखाड़े में बच्चों से बातचीत कर पता चला कि बच्चों के दंगलों और मैट पर रिजल्ट आ रहे हैं। बच्चे अखाड़े में रह रहे हैं और खुश हैं। अखाड़े में रहने खाने पीने , नहाने धोने , किचन , रसोइये , मैट , रस्सा , जिम , व अन्य सभी जरुरतों समान उपलब्ध हैं। बच्चे मेहनत कर रहे हैं। गुरु रामबीर किसान परिवार से हैं लेकिन उन्होने कुशती खेल के प्रति अपना तन मन धन देकर इस अखाड़े वो रूप दिया हैँ जो अपने मे अतुलनीय हैं। आज भी वो खुद लंगोटी पहन कर बच्चोँ को प्रशिक्षण देते हैं। वहीँ कोच विचित्र दाहिया मैट की कुशती मे बच्चोँ को पारंगत कर रहे हैं।

गुरु रामबीर सच्चे कुश्ती प्रेमी हैं,उनका अखाडा हरयाणा के अखाड़ो कि परंपरा का एक बेहतरीन उदहारण हैँ। उन्होंने मेरा मान सम्मान किया और अखाड़े से देश - दुनिया को रु ब रु करने मे जो मदद कि ऊसके लिये उन्हे पुनः धन्यवाद।

ENGLISH VERSION


Sunil Ruhil is a resident of Village Rohad, Dist. Jhajjar Haryana. He is a good friend of mine who told me about a wrestling academy at village Sampla run by Guru Rambir. So he and I along with Dhole Pradhan and my friend Rajesh Pahlwan visited the akhada where Guru Rambir and NIS coach Vichitra Dahiya welcomed us.

Guru Rambir told us that he started his wrestling career at village Chhara and then reached Chhtrsaal Stadium in Delhi. He won a bronze and a silver medal at Junior and Senior National Games. He also participated in the All India Inter University Games and won a silver medal. He also went on to compete at the World Championship.

The State Govt. of Haryana is doing a lot for sports persons. The government offers financial aid to 45 young wrestlers at the akhada. The Haryana government is doing this for almost all sports. NIS coach Mr. Vichitra Dahia is tasked with teaching freestyle wrestling. This is quite a commendable initiative by the Haryana government. If all states in India followed this example, it would help to improve the state of sports in the country and allow more Indians to attain success at the Olympics and other sporting competitions.

The wrestlers at the akhara are all very happy with conditions here. There is good food, a quality wrestling mat, ropes for climbing, a dirt pit for training traditional style wrestling, a gym for conditioning and many other things. Most of the students live full-time at the akhada.

Guru Rambir is a poor farmer, but he has devoted all his time, heart and wealth to the wrestling. He himself gives training to the students along with Coach Vichitra Dahiya and they are producing fine wrestlers for Haryana and India.

Guru Rambir’s wrestling school is one of the best in Haryana. I am very thankful for the opportunity to come and see such a great facility.