By Deepak Ansuia Prasad
रविवार 5 फरवरी 2012 .
गुरु श्यामलाल अखाडा दंगल कमेटी की ओर से गाँव नाथू पुर में एक विशाल दंगल का आयोजन किया गया. श्री साईं मंदिर के सामने एक खेल के मैदान में यह दंगल कराया गया , सर्दी के मौसम के मौसम में, खिली धुप और खुले मौसम ने दंगल में एक अनोखा आनंद ला दिया , अवकाश का दिन होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों का हजूम दंगल देखने पहुंचा !
सिरी पहलवान अपने समय के अछे पहलवान रहे हैं, और अब वह अपनी नयी पीढ़ी के बच्चों को भी पहलवानी के सिखाने में प्रयत्नशील है! इसी कड़ी में उन्होंने अपने भाई राजपाल की याद में , और अपने तथा आस पास के क्षेत्र के बच्चों में पहलवानी के प्रति रूचि जागृत करने के लिए इस शानदार दंगल का आयोजन किया ! दंगल कमेटी ने उन्हें भरपूर सहयोग दिया और इस प्रकार नाथूपुर गाँव में यह पहला विशाल दंगल बड़ी शांति और प्रेम के साथ संपन्न हुआ !
दंगल कमेटी में राजिंदर पहलवान , हरिपाल पहलवान, लेखराम यादव, नेक राम यादव, महावीर यादव, निगम पार्षद सुन्दर सिंह, संतराम यादव, चौधरी राजवीर सिंह, इनेलो के युवा अद्यक्ष श्री प्रकाश यादव आदि सदस्यों ने दंगल की आयोजन की जिम्मेवारी को बखूबी अंजाम दिया. तथा मनोज कुमार यादव, जिले पहलवान, विजय यादव और चो. सुनील ने व्यस्था को बनाने की जिमेवारी निभाई !
दंगल में रेलवे कोच अशोक पहलवान, नत्थू पहलवान व् घिटोरनी के अजीत पहलवान जी ने रेफरी का पदभार संभाला और कुशलता पूर्वक रेफरी का कार्य संचालित किया. दंगल में सभी गुरु खलीफाओं, पुराने पहलवानों, बड़े बुजुर्गों का पगड़ी पहना कर सम्मान किया गया!
दंगल का शुभारम्भ जाने माने पहलवान , पंडित प्रकाश कुल्हिपुरिया द्वारा किया गया ! दंगल में छोटे बच्चों की बहुत कुश्तियां कराई गई , मेरी समझ में बच्चों के उत्साह वर्धन का यह एक बेहतरीन मौका था, यही वह समय होता है, जब बच्चे कुश्ती की ओर आकर्षित होते है, मन में उल्लास , और उमंगें लिए ये बच्चे जब दर्शकों को अपने करतब दिखा तालियों की गडगडाहट पाते हैं तो आगे चल कर अच्छे पहलवान बन्ने की ओर अग्रसर होते है !
दंगल की आखिरी कुश्ती गुरु श्यामलाल अखाड़े के आकाश पहलवान जो तथा उत्तर प्रदेश के एक मंझे हुए पहलवान मोनू के बीच हुई, दोनों के बीच काफी देर तक संघर्ष हुआ, सब दर्शक कुश्ती को सांस थामे देख रहे थे, ऐसा लगता था मोनू आकाश को अपने भारी शरीर और वजन के कारण हरा लेगा , और मोनू ने कोशिस भी की , लेकिन एक दांव उल्टा पड़ा, और आकाश ने बचा कर फुर्ती से अपना दांव लगाया जो की सटीक बैठा और मोनू चरों खाने चित्त जा पड़ा , दर्शकों ने जोरदार तालियों से आकाश का स्वागत किया
समय पर आरम्भ होने से , दंगल सूर्यास्त से पहले धूम धाम से संपन्न हुआ और संतुष्ट दर्शकों के साथ मैंने भी दंगल कमेटी से विदा ली !
ENGLISH VERSION
The Guru Shyam Lal Dangal Committee of Village Nathupur headed by Sri Pahlwan organized a huge traditional wrestling competition on February 5 in the memory of his brother Shri Rajpal Yadav. The venue was playground opposite Sri Sai Temple at Village Nathupur. It’s winter in Delhi, yet the sun was bright and warm, and since it Sunday a big crowd of people turned out to watch.
Sri Pahlwan was a great wrestler in his day. It’s a family tradition and his son Akash is following in his father’s footsteps. Sri Pahlwan works tirelessly to promote wrestling and to preserve this sacred part of traditional Indian culture and helps young people take up wrestling to make sure the sport thrives in the future.
The dangal committee included: Rajinder Pahlwan, Haripal Pahlwan, Lekhram Yadav, Nek Ram Yadav, Mahaveer Yadav, Councilor Sundar Singh, Santram Yadav, Choudhary Rajbeer Singh, and youth wing leader of INELO Shri Prakash Yadav. Committee who also handled the logistics of the wrestling matches were: Manoj Kumar, Jile Pahalwan, Viyay Yadav and Choudhary Suneel.
The railway coach Ashok Pahlwan, Nathhu Pahlwan and Guru Ajit Pahlwan of Ghitorni Akhara were referees. The dangal committee invited many well-known wrestling personalities and honored them with pagri along with village elders and guests and myself.
The dangal was inaugurated by the great veteran of Guru Hanuman Akhara, Shri Prakash Kulhipuriya Pahlwan. There were lots of kids’ matches, which is great to see. They get a chance to show their skills and the crowd cheers them on. That makes them more enthusiastic about wrestling and more likely to stick with it so one day they can become great pahalwans too.
The first prize match for 11000/- pitted local wrestler Akash Pahlwan against Monu Pahlwan. Both are very good wrestlers, but Monu is bigger – taller and heavier. Monu dominated Akash at the start of the match, using his weight advantage against his opponent. Monu attacked, but Akash countered and was able to take Monu down. Using all his strength, Akash struggled to put Monu on his back. Finally he broke Monu down and pinned him. The crowd went wild seeing their hometown wrestler win the match.
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