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Mar 20, 2013

SOHNA DANGAL

By Deepak Ansuia Prasad


इस बार सोहना का दंगल शानदार रहा , पहली कुश्ती अजय पहलवान ने गुरु हनुमान अखाड़े से दुष्यंत जैसे दिग्गज पहलवान को उलटी दांव पे चित्त कर सनसनी फैला दी। हंसराज पहलवान ने दंगल का संचालन चिर परिचित अंदाज में शानदार तरीके से किया। दंगल में अनेकों पहलवान आते हैं पर हरेक पर उनकी पैनी नज़र रहती हैं, किसने कितनी कुश्तियां लड़ी, कौन हार कौन जीता कौन सा पहलवान कितने वजन का है, और कितने इनाम का है, आदि आदि, कुछ भी उनकी नज़र से नहीं बचता , मेरा दिल खोल कर उन्होंने उत्साह वर्धन तो किया ही , मुझे अगले दंगल में आने का न्योता भी ,दिया उनका आभारी हूँ। दंगल में राजिंदर पहलवान, हरिपाल पहलवान , मन्नू विशिस्ट अतिथियों में विराज मान रहे उनका हंसराज पहलवान ने पगड़ी और शाल देकर स्वागत किया। पहलवानों को अच्छे जांघ लंगोट उपलब्ध करा रहे सूरज पहलवान जिन्होंने अपने तीनो बच्चों को पहलवानी में लगा रखा है, और हाल ही में उनकी लड़की राजस्थान केसरी , और अंडर -19 में स्टेट कुश्तियों में फर्स्ट आई उनका भी स्वागत किया गया। गुरु श्यामलाल अखाड़े से मोगली की कुश्ती सोहना के ही पहलवान से अच्छी चली जिसमे अंत में मोगली विजयी रहे। मोनू पहलवान ने दो कुश्तिया लड़ी पहली कुश्ती वो जीते और दूसरी कुश्ती सोहना के ही रविंदर से रही जो काफी देर तक चली , दोनों पहलवानों ने एक दुसरे को पटखनी देने की भरपूर कोशिस की पर सफल न हो ,सके अंत में कुश्ती बराबर छोडनी पड़ी। अच्छे मौसम में दर्शकों ने कुश्ती का भरपूर आनंद लिया , उनकी तस्वीरें भी लाजवाब हैं, जैसे ही मैं दर्शकों के पास जाता वो फोटो खिचवाने के लिए उत्सुक हो जाते , इस काम में मुझे भरपूर आनंद आया। मेवात में लोगों के ख़ास चेहरे हैं, जिन्हें आप फोटो में देखिये। इस दंगल में अखाडा काफी बड़ा बनाया जाता हैं, जिससे कोई भी पहलवान बहार भाग कर कुश्ती बराबर नहीं ले सकता। इसी प्रकार की एक कुश्ती में गुरु हनुमान अखाड़े के मंदीप ने अपने प्रतिद्वंदी को सेकंडों में चित कर खूब तालियाँ बटोरी। गुरु श्याम लाल अखाड़े के अच्छे पहलवान जीतू की कुश्ती उत्तर प्रदेश चिरोड़ी गाँव के चुन्नू से हुई, कुश्ती में जीतू ने चुन्नू को आसानी से हरा कर इनाम अपने कब्जे में किया। सोहना के ही जितेंदर पहलवान की कुश्ती एक मंझे पहलवान से हुई जो बहुत देर तक चली पर फैसला न हुआ। सोहना में कुश्तियों के इस शानदार आयोजन के लिए भाई हंसराज को ढेरों बधाइयाँ

ENGLISH VERSION



This year’s Dangal at Sohna was a grand success. The Dangal was coordinated by Hansraj Pahlwan of Guru Inder Akhada in Sohna. Hansraj is very skilled at organizing wrestling competitions. He keeps track of all the wrestlers, the prizes that have been awarded and knows which are the best wrestlers in the dangal. He speaks with great authority and gives stern warnings to wrestlers who violate any rules. He graciously welcomed me and announced my name many times, for this I am very grateful to him.
The first prize match was between local wrestler Ajay Pahlwan and Dushyant of Guru Hanuman Akhada in Delhi. Dushyant is very good wrestler, but Ajay overcame the odds and defeated him. It was a great feat and the whole wrestling fraternity was very proud of him.
In another match, Jitu Pahlwan of Guru Shyam lal Akhada scored another victory, easily pinning Chunnu of Chiradi Village in Uttar Prrdesh.
Moughli of Guru Shyam lal Akhada pinned a wrestler from Sohna Akhada and then went on to defeat another opponent in two great matches that got the crowd cheering.
Monu of Fatehpur village pinned one opponent, but his match with Ravinder of Sohna, was declared a draw after the wrestled the allotted time. Both are very good and skilled wrestlers.
A very good wreslter named Mandeep pinned his opponent in seconds, drawing huge cheers from the crowd.
The wrestling ground was very large, which made the matches more exciting because the wrestlers couldn’t escape the pit, so they had to stay aggressive through the whole match. As a result, more of the matches were decided by pins.
The main guests were Choudhry Haripal Pahlwan, Choudhry Rajinder Pahlwan and Mannu Bhai. They all were given traditional headgear, or pagadi, and traditional shawl. Suraj bhai, who makes quality wrestling gear and whose three children, including his daughter Divya, are all wrestlers, was also honored by the dangal committee.
The dangal concluded peacefully and successfully. Hansraj Pahlwan deserves all the praise and thanks for this.














































































































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