By Deepak Ansuia Prasad
शहीद ताराचंद पहलवान की याद में - गाँव में दंगल - 23- march- 2013
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस , मेले वतन पे मरने वालों का यहीं बाकी निशान होगा।
सिसाना हरयाणा में सोनीपत जिले का एक गाँव है, भाई विकास गुलिया ने गाँव में हो रहे एक विशाल दंगल को के लिए आमंत्रित किया उनका तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हॊन. गाँव की दंगल कमेटी जिसका नाम जन कल्याण समिति एवं स्पोर्ट्स क्लब सिसाना ( पंजीकृत ) है ने शहीद ताराचंद पहलवान की स्मृति में यह पंद्रहवां विशाल दंगल बड़ी धूम धाम से कराया। 12 अप्रैल 1989 को ताराचंद पहलवान शहीद हुए थे , उस दिन उनकी पोस्टिंग अम्बाला कचहरी में थी जिस पर उस दिन आतंकियों ने हमला कर , दिया ताराचंद पहलवान ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर दो आतंकियों को कब्जे में किया , लेकिन उसी समय एक तीसरे आतंकी ने घाट लगा कर हमला किया और एक गोली शहीद ताराचंद जी के सर में लगी और उन्होंने वहीँ प्राण त्याग दिए , उनकी इस कुर्बानी को गाँव और आस पास के लोग आज भी याद कर गौरवान्वित महसूस करते हैं और उनको सलाम करते हैं। और उनकी याद में प्रति वर्ष यह शानदार दंगल करवाते हैं , इसके बाद रागिनी का भी प्रोग्राम होता हैं। इस प्रोग्राम में देश भर से पहलवान आकर हिस्सा लेते हैं और अपने कुश्ती के जौहर दिखा कर दर्शकों का मनोरंजन करते हैं।
31000/- के इनाम पर इस बार दंगल की पहली कुश्ती सत्यवर्त पहलवान और बाँध के सुरजीत पहलवान के बीच हुई, सत्यवर्त पहवान ने सुरजीत को अंकों के आधार पर हरा कर कुश्ती, इनाम और गुर्ज अपने नाम किया , इसी प्रकार दंगल की दूसरी कुश्ती नरेश अखाडा के भोला और मेहरसिंह अखाडा के सोनू के बीच हुई जो की भोला ने जीती , तीसरे वर्ग में 11000/- के इनाम पर अजीत छत्रसाल और मंजीत रंगीला अखाडा के बीच हुई जो की बराबर रही . दंगल में अनेकों कुश्तिया हुई बल पहलवानों के लिए 100X20, सब जूनियर के लिए 300X15, जूनियर्स के लिए 500X10, अच्छे पहलवानों के लिए 1100X10 और 2100X15, अछ्छे पहलवानों के लिए 3100X10 श्रेष्ठ पहलवानों के लिए 5100 की पांच कुश्तिया रखी गई, दंगल बाल पहलवानों के लिए तो चित्त पट , लेकिन अच्छे पहलवानों के लिए अंको के आधार पर रखा , गया जिससे में फैसले हो सकें और आधुनिक कुश्ती को बढ़ावा मिले।
अनूप पहलवान जी ने बताया की मेरे मुख्य उद्धेश्य बच्चों को खेलों और रचनात्मक कार्यों से जोड़ना व् नशे जैसे चीज़ों से दूर रख कर अपने समाज कर नव निर्माण करना हैं,
दंगल में , कमेटी ने मुख्य अतिथियों श्री हरिओम कौशिक जी, पहलवान वजीर , , प्रताप पहलवान, , प्रधान दहिया जी, राष्ट्रिय कोच अनूप जी, क्रिशन पहलवान जी, नरेंदर पहलवान जी, जोगिन्दर पहलवान जी, सूरज पहलवान जी, और सभी कोच , खलीफाओं व् गुरु का पहाड़ी पहना कर स्वागत किया , और मोमेंटो प्रदान किये , उनके द्वारा मुझे प्रदान किया मोमेंटो और पगड़ी मेरे लिए अमूल्य धरोहर है, और सम्मान की राशी मेरे दंगल के खर्चों को पूरा गई जिसके लिए मई तहे दिल से आभारी हूँ, दंगल कमेटी ने , आखिरी कुश्ती के बाद , सभी दर्शकों, पहलवानों, गुरु, खलीफाओं और मीडिया का स्वागत किया , और दंगल की शोभा बढ़ने के लिए धन्यवाद देकर जैकारा बोल दिया .
ENGLISH VERSION
Sisana is a village of district Sonipat in the state of Haryana. The village dangal committee organized a local wrestling competition in the memory of martyr Shaheed Tarachand Pahlwan ji. Shaheed Tarachand Pahlwan ji was a policeman and was posted at the Ambala Session Courts on 12th April 1989 when armed terrorists attacked the court. Tarachand Pahlwan bravely defended the court and subdued two of the terrorists, but he sustained a gunshot wound to the head from a third terrorist and was killed.
Shaheed Tarachand Pahlwan ji was also a national level wrestler and his village honors his great sacrifice each year with a wrestling competition, to keep his memory alive.
The competition was organized by the Jan Kalyan Samiti & Sports Club, Village Sisana.
The first prize match for Rs. 31000/- was won by wrestler Satyvart, who defeated his opponent, Surjeet of Bandh on points. Satyvart is a very good wrestler and recently he won the best wrestler title of India called Rustam-e- Hind.
The Second Prize match of Rs 21000/- was between Bhola of Naresh akhada and Sonu of Mehrsing akhada. Bhola won the bout on points.
The third prize match of Rs. 11000/- was between Ajeet of chhtrsaal vs Manjeet of rangeela akhada. The match was a draw.
There were many more matches like for children 100X20 matches, 300X15 matches for juniors, 500X10 matches for sub juniors, 1100X10 matches for cadets, 2100X15 matches for bright juniors, 3100X10 for senior boys, and 5100X5 for the best boys of seniors.
The dangal committee honored guests Shree Hariom Kaushik ji, pahlwan, wazir pahlwan, pratap pahlwan, pradhan dahiya ji, national coach anup singh, krishan pahlwan, narender pahlwan, joginder pahlwan , suraj pahwlan, the pradhan and guru khalifa of the village. I was also awarded a cash honorarium, which I was grateful for as it covered for my transportation expenses. The committee thanked the spectators, wrestlers, and village people for putting on such a good show and announced another event would be organized next year.
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