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Mar 15, 2015
Mar 14, 2015
KUSHTI WRESTLING - Village Prahaladpur Kadoli Dangal
By Deepak Ansuia Prasad
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गाँव प्रह्लादपुर , कड़ोली दंगल। सोनीपत हरयाणा।
परवेश पहलवान और सुनील चोटीवाला जब छुट्टी की कुश्ती पर लड़ने आगे आये तो लोग कुछ निराश से हुए , यूँ ही मार लेगा परवेश , उन्हें कुश्ती के रोमांस का मजा नहीं आने वाला था। कुश्ती जब शुरू हुई तो परवेश पहलवान सुनील पर भारी पड़े , लेकिन कुश्ती चलते चलते सुनील ने प्रवेश को बिठाया और अचानक घिस्सा लगा कर चित्त कर दिया। इस सीजन के शुरुआत का यह पहला बड़ा उलटफेर हैं। दर्शकों ने हैरानी से मैच का निर्णय देखा , इसका उन्हें अंदाजा न रहा होगा। इस घटना को वे आने वाले वर्षों में लम्बे समय तक अपने जेहन रखेंगे। ३१०००/- की इस कुश्ती का इनाम सुनील चोटी वाले के नाम रहा। इसी प्रकार २१०००/- की एक कुश्ती में स्वरूप पहलवान और ढोलू के बीच एक बढ़िया कुश्ती हुई जिसमे स्वरूप पहलवान जीते। इसी गाँव के अमित पहलवान ने ११०००/- की एक बढ़िया कुश्ती जीत कर गाँव वालों का दिल जीता।
कहते यह दंगल 300 से भी अधिक वर्षों से इस गाँव में अनवरत हो रहा हैं। अपनी शानदार परम्पराओं का गाँव वासी वर्षों से पालन करते आये हैं , कुश्ती और मेलों की वर्षों से पालन की जा रहीं ये परंपरा इसका अनूठा उदहारण हैं। ताज्जूब की बात हैं की कोई भी सरकार आये जाए , भारत की इन अनूठी और बेमिसाल परम्पराओं के प्रति उदासीन हैं। यही ठीक इस गाँव में भी हुआ। एडमिनिस्ट्रेशन अभी तक इस पुरानी परंपरा में किसी भी तौर पर हाथ नहीं बंटाता।
हालांकि गाँव में और आस पास रह रहे गुरु खलीफाओं ने इस दंगल में हाथ बंटाया व् गाँव की दंगल कमिटी के साथ सहयोग किया। इस अवसर पर नरेंदर मातानियां , अर्जुन अवार्डी धर्मेंदर दलाल , हितेश पहलवान , देवेंदर पहलवान , सतेंदर पहलवान , जोगिन्दर पहलवान के पिताजी, कुक्कड़ पहलवान और छारा के वीरेंदर कोच मौजूद रहे।
ENGLISH VERSION
Parvesh Pahalwan is one of the best wrestlers in India. He battled many challengers last year, but no wrestler in the whole country could defeat him.
This year, things would be different. Parvesh entered the dangal at Village Prahaladpur as the heavy favorite. His opponent was Sunil Chotiwala, an accomplished wrestler, but not as fearsome as Parvesh. The crowd expected Parvesh to crush Sunil, like he had done to so many wrestlers before, and their assumptions appeared justified early on as Pravesh took control and dominated his opponent. But Sunil wasn't going down without a fight and after defending against several takedown attempts by Parvesh, he sprung at the champion, bringing him down to the ground. The crowd cheered as the underdog took the advantage. Sunil kept the momentum going and stunned Parvesh with the Ghissa technique, turning the big man onto his back and pinning him. The crowd went wild as as Sunil celebrated his surprise victory and he proudly scooped up a hefty cash prize of 31000/-.
In another noteworthy match, hometown hero Amit Pahlwan Kadoliya defeated a much bigger opponent to win a 11000/- cash prize -- and the admiration of his fellow villagers. In another match Swroop Pahlwan defeated Dholu for a cash prize of rs. 21000/-.
The dangal here has been held for more than 300 years and it's all organized by kushti gurus, coaches, former wrestlers and village people. There is no help from local govt. The lack of help from local authorities is a shame because the dangal is a major event for the village and one that should be promoted as much as possible as it not only preserves the great Indian tradition of wrestling, but it also brings potential commerce and notoriety for the village.
The guru and coaches that graced the occasion with their presence were Narender coach of Mataniya, Arjun Awardee Dharmder Dalal, Hitesh Pahlwan, Father of Hind Kesri Joginder Pahlwan, Devender Pahlwan, Satender Pahlwan, Kukkad Pahlwan and Virender of Chhara.
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गाँव प्रह्लादपुर , कड़ोली दंगल। सोनीपत हरयाणा।
परवेश पहलवान और सुनील चोटीवाला जब छुट्टी की कुश्ती पर लड़ने आगे आये तो लोग कुछ निराश से हुए , यूँ ही मार लेगा परवेश , उन्हें कुश्ती के रोमांस का मजा नहीं आने वाला था। कुश्ती जब शुरू हुई तो परवेश पहलवान सुनील पर भारी पड़े , लेकिन कुश्ती चलते चलते सुनील ने प्रवेश को बिठाया और अचानक घिस्सा लगा कर चित्त कर दिया। इस सीजन के शुरुआत का यह पहला बड़ा उलटफेर हैं। दर्शकों ने हैरानी से मैच का निर्णय देखा , इसका उन्हें अंदाजा न रहा होगा। इस घटना को वे आने वाले वर्षों में लम्बे समय तक अपने जेहन रखेंगे। ३१०००/- की इस कुश्ती का इनाम सुनील चोटी वाले के नाम रहा। इसी प्रकार २१०००/- की एक कुश्ती में स्वरूप पहलवान और ढोलू के बीच एक बढ़िया कुश्ती हुई जिसमे स्वरूप पहलवान जीते। इसी गाँव के अमित पहलवान ने ११०००/- की एक बढ़िया कुश्ती जीत कर गाँव वालों का दिल जीता।
कहते यह दंगल 300 से भी अधिक वर्षों से इस गाँव में अनवरत हो रहा हैं। अपनी शानदार परम्पराओं का गाँव वासी वर्षों से पालन करते आये हैं , कुश्ती और मेलों की वर्षों से पालन की जा रहीं ये परंपरा इसका अनूठा उदहारण हैं। ताज्जूब की बात हैं की कोई भी सरकार आये जाए , भारत की इन अनूठी और बेमिसाल परम्पराओं के प्रति उदासीन हैं। यही ठीक इस गाँव में भी हुआ। एडमिनिस्ट्रेशन अभी तक इस पुरानी परंपरा में किसी भी तौर पर हाथ नहीं बंटाता।
हालांकि गाँव में और आस पास रह रहे गुरु खलीफाओं ने इस दंगल में हाथ बंटाया व् गाँव की दंगल कमिटी के साथ सहयोग किया। इस अवसर पर नरेंदर मातानियां , अर्जुन अवार्डी धर्मेंदर दलाल , हितेश पहलवान , देवेंदर पहलवान , सतेंदर पहलवान , जोगिन्दर पहलवान के पिताजी, कुक्कड़ पहलवान और छारा के वीरेंदर कोच मौजूद रहे।
ENGLISH VERSION
Parvesh Pahalwan is one of the best wrestlers in India. He battled many challengers last year, but no wrestler in the whole country could defeat him.
This year, things would be different. Parvesh entered the dangal at Village Prahaladpur as the heavy favorite. His opponent was Sunil Chotiwala, an accomplished wrestler, but not as fearsome as Parvesh. The crowd expected Parvesh to crush Sunil, like he had done to so many wrestlers before, and their assumptions appeared justified early on as Pravesh took control and dominated his opponent. But Sunil wasn't going down without a fight and after defending against several takedown attempts by Parvesh, he sprung at the champion, bringing him down to the ground. The crowd cheered as the underdog took the advantage. Sunil kept the momentum going and stunned Parvesh with the Ghissa technique, turning the big man onto his back and pinning him. The crowd went wild as as Sunil celebrated his surprise victory and he proudly scooped up a hefty cash prize of 31000/-.
In another noteworthy match, hometown hero Amit Pahlwan Kadoliya defeated a much bigger opponent to win a 11000/- cash prize -- and the admiration of his fellow villagers. In another match Swroop Pahlwan defeated Dholu for a cash prize of rs. 21000/-.
The dangal here has been held for more than 300 years and it's all organized by kushti gurus, coaches, former wrestlers and village people. There is no help from local govt. The lack of help from local authorities is a shame because the dangal is a major event for the village and one that should be promoted as much as possible as it not only preserves the great Indian tradition of wrestling, but it also brings potential commerce and notoriety for the village.
The guru and coaches that graced the occasion with their presence were Narender coach of Mataniya, Arjun Awardee Dharmder Dalal, Hitesh Pahlwan, Father of Hind Kesri Joginder Pahlwan, Devender Pahlwan, Satender Pahlwan, Kukkad Pahlwan and Virender of Chhara.
Wrestling Championship - 63rd All India Police Games
By Deepak Ansuia Prasad
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63rd आल इंडिया पुलिस गेम्स। सौजन्य से भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस।
पुरुष फ्रीस्टाइल व् ग्रीको रोमन कुश्ती व् महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती प्रतियोगिता।
भारतीय पुलिस के जवान व् भारत के स्टार पहलवान नवीन मोर , विजयपाल , राकेश पटेल , मौसम खत्री , राजेश भाटी , बेनिया , प्रदीप खत्री , गीतिका जाखड़ , बबीता नागर व् अन्य कई राष्ट्रिय पहलवान इस बार की 63 वीं आल इंडिया पुलिस गेम्स में शरीक हुए। अपने अपने वजन में इन पहलवानो ने बेहतरीन कुश्तियां दिखा कर जहाँ अपने महकमे का नाम रोशन किया वहीँ भारत को अंतराष्ट्रीय पुलिस स्पर्धाओं में खेलने वाले कई चेहरे मिले। जो आने वाली अंतराष्ट्रीय पुलिस प्रतियोगिताएं अपने नाम करेंगे।
प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि रहे सुशील पहलवान , भारतीय कुश्ती संघ के जनरल सेक्रेटरी राज सिंह जी।
प्रतियोगिता में महकमों से जुड़े कई नामी गिरामी पहलवान हिन्द केसरी जगदीश , हिन्द केसरी भगत पहलवान , राजकुमार पटेल , सुरेंदर नाड़ , राकेश मांडोति , जगरूप राठी ,
प्रतियोगिता में महकमे से जुड़े व् फेडरेशन के ऑफिसियल्स , नरेंदर मलिक , अजीत मान , महावीर सिंह , अनूप दाहिया जी , जगबीर दहिया , बलबीर भरद्वाज , यशवीर , अनिल मान , सत्तन पहलवान , देवेंदर व् अन्य कई कोचेस रहे । भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के कुश्ती टीम प्रशिक्षक वीरेंदर यादव करोभार संभाला।
ENGLISH VERSION
Wrestling is a popular sport among Indian policemen and featured as can be seen by the top talent that came out for the wrestling competition at the 63rd All India Police Games organized by the ITBP in New Delhi.
The star wrestlers of Indian police forces Naveen Mor, Rakesh Patel, Vijay Pal, Mausam Khatree, Rajesh Bhati, Pradip Khatree, Benia, Geetika JAkhada, Babeeta Nagar, and many other national and international wrestler participated and won medals. These will go on to compete in the international police games.
Olympic Medalist Sushil Kumar and WFI Gen Secretary Rajsingh were the special invitees of the event.
Other notable names in Indian wrestling including Jagdish Kaliraman, Bhagat Pahlwan, Rajkumar patel, Surender Nad, Rakesh mandoti and Jagroop Rathi also attended.
Officials of Police and WFI including Nrender Malik, Ajeet Man, Mahavir Singh, Anoop dahia, Jagbeer Dahia, Balbeer Bhardwaj , Yashveer, Anil Man, Sattan Pahlwan , Devender and many other coaches officiated the tournament.
ITBP coach Virender Yadav deserves appreciation for staging such a successful event.
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63rd आल इंडिया पुलिस गेम्स। सौजन्य से भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस।
पुरुष फ्रीस्टाइल व् ग्रीको रोमन कुश्ती व् महिला फ्रीस्टाइल कुश्ती प्रतियोगिता।
भारतीय पुलिस के जवान व् भारत के स्टार पहलवान नवीन मोर , विजयपाल , राकेश पटेल , मौसम खत्री , राजेश भाटी , बेनिया , प्रदीप खत्री , गीतिका जाखड़ , बबीता नागर व् अन्य कई राष्ट्रिय पहलवान इस बार की 63 वीं आल इंडिया पुलिस गेम्स में शरीक हुए। अपने अपने वजन में इन पहलवानो ने बेहतरीन कुश्तियां दिखा कर जहाँ अपने महकमे का नाम रोशन किया वहीँ भारत को अंतराष्ट्रीय पुलिस स्पर्धाओं में खेलने वाले कई चेहरे मिले। जो आने वाली अंतराष्ट्रीय पुलिस प्रतियोगिताएं अपने नाम करेंगे।
प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि रहे सुशील पहलवान , भारतीय कुश्ती संघ के जनरल सेक्रेटरी राज सिंह जी।
प्रतियोगिता में महकमों से जुड़े कई नामी गिरामी पहलवान हिन्द केसरी जगदीश , हिन्द केसरी भगत पहलवान , राजकुमार पटेल , सुरेंदर नाड़ , राकेश मांडोति , जगरूप राठी ,
प्रतियोगिता में महकमे से जुड़े व् फेडरेशन के ऑफिसियल्स , नरेंदर मलिक , अजीत मान , महावीर सिंह , अनूप दाहिया जी , जगबीर दहिया , बलबीर भरद्वाज , यशवीर , अनिल मान , सत्तन पहलवान , देवेंदर व् अन्य कई कोचेस रहे । भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस के कुश्ती टीम प्रशिक्षक वीरेंदर यादव करोभार संभाला।
ENGLISH VERSION
Wrestling is a popular sport among Indian policemen and featured as can be seen by the top talent that came out for the wrestling competition at the 63rd All India Police Games organized by the ITBP in New Delhi.
The star wrestlers of Indian police forces Naveen Mor, Rakesh Patel, Vijay Pal, Mausam Khatree, Rajesh Bhati, Pradip Khatree, Benia, Geetika JAkhada, Babeeta Nagar, and many other national and international wrestler participated and won medals. These will go on to compete in the international police games.
Olympic Medalist Sushil Kumar and WFI Gen Secretary Rajsingh were the special invitees of the event.
Other notable names in Indian wrestling including Jagdish Kaliraman, Bhagat Pahlwan, Rajkumar patel, Surender Nad, Rakesh mandoti and Jagroop Rathi also attended.
Officials of Police and WFI including Nrender Malik, Ajeet Man, Mahavir Singh, Anoop dahia, Jagbeer Dahia, Balbeer Bhardwaj , Yashveer, Anil Man, Sattan Pahlwan , Devender and many other coaches officiated the tournament.
ITBP coach Virender Yadav deserves appreciation for staging such a successful event.
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