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Apr 30, 2016

KUSHTI WRESTLING: Badshahpur Dangal 2016 by Pankaj Tyagi

By Deepak Ansuia Prasad












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भाई अनुज त्यागी , पंकज त्यागी ने बादशाहपुर गाँव में दंगल देखने के लिए निमंतरण दिया। मैंने सूरज पहलवान लंगोटी वाले को भी बुला लिया , उनसे पहलवानो को बहुत फायदा होता हैं , ऐन वक्त पर लंगोटी जांघिए मिलना , पहलवानो के लिए बहुत बड़ी सुविधा हैं। फिर दिल्ली से नाथूपुर हरपाल पहलवान जी के अखाड़े पर पहुंचा वहां गुरु हरपाल पहलवान अपने पहलवानो के साथ दंगल में जाने के लिए तैयार थे। फिर वहीँ घिटोरनी गुरु श्यामलाल अखाड़े से गुरु श्यामलाल जी के बेटे राजिंदर पहलवान भी अपनी गाडी में जीतू पहलवान व अखाड़े के अन्य पहलवानो को ले आये। साथ ही आ पहुंचे , जाने माने चौधरी दयाराम जी (CDR) के भतीजे महिंदर चौधरी । और इस तरह दंगल देखने वाले हम बहुत से लोग इकट्ठा हुए , अब तो अपना काफिला बन गया था, नेता की रैली जैसे , हँसते खेलते , बादशाहपुर गाँव के लिए चल पड़े । अक्सर दंगलों में ऐसे ही जाना होता हैं।

बादशाहपुर के आस पास पहुँचने पर हांगकांग जैसा आभाष होता हैं , जैसा की मैंने पिछली रिपोर्ट में भी लिखा था। साथ ही चौराहों पर बीते दिन हुए कबड्डी मैच के पोस्टर लगे देख कर ये भी महसूस होता हैं की दिल्ली देहात और NCR के गाँवों का वजूद मिटा नहीं हैं । इन ऊंची ऊंची इमारतों के जंगल में गाँव का कल्चर खोया नहीं हैं , गाँव की परम्पराएं मिटी नहीं हैं , बल्कि आज गाँव अपने नए स्वरुप में अपनी गौरवशाली परम्पराओं को भी परिष्कृत करते आ रहे हैं। बादशाहपुर आकर महसूस होता हैं की ये गाँव भी शहरों की होड़ में पिछड़ा नहीं , बल्कि अपनी अलग पहचान बनाये हुए अपनी शानदार मौजूदगी पर इठला रहा हैं। और ऐसा हो भी क्यों न ? बादशाहपुर में आज देश भर से पहलवान आकर अपनी कुश्ती कला का प्रदर्शन करेंगे। यही समस्त गाँव वासियों के लिए गौरव की बात हैं।


दिल्ली में गर्मियों की शुरुआत भर हुई नहीं की दुपहरी का सूरज कांटे चुभाने लगता हैं। अखाड़े पर पहुंचे तो सूरज सर पर था। गर्मी से हैरान लोग-बाग़ छाँव तलाश रहे थे। हालांकि दंगल कमेटी ने दंगल की तैयारियां पूरी कर ली थी। मिटटी का अखाड़ा रामलीला ग्राउंड के बीचो बीच तैयार किया गया था , जिसके चारों ओर लोहे के पोल और जूट की रस्सियों के बैरिकेड लगाए गए। दंगल के एक छोर पर शामियाना था जिसके नीचे एक ऊंची स्टेज बनाई गई , उन पर रखे सोफासेट विशिस्ट अतिथियों के इंतजार में बैचेन थे। वहीँ मंच के सामने कार्पेट बिछाए गए जिस पर कुछ कुर्सियां भी डाली गई ताकि अतिथियों के लिए परेशानी न हो। दंगल में आधुनिक माइक व साउंड व अतिथियों के लिए चाय पानी व आम जनता के लिए मीठे पानी की छबील का भी प्रबंध किया गया। कुश्ती प्रेमियों को दंगल देखने से धुप घाम पानी पत्थर कोई नहीं रोक सकता। हाँ दिन भर धुप में खड़े खड़े दंगल देखना भी भारी पड़ जाता है गर पानी का इन्तेजाम न हो। मैंने पंजाब में देखा हैं की गर्मियों में कई लोग पब्लिक को पानी पिलाने की सेवा करते हैं। वाकई बड़ी सेवा हैं ये , प्यासे को पानी पिलाना। हाँ पानी से याद आया की दंगल के स्थान पर दो कुँवें थे। एक का पानी मीठा , एक का खारा। इसलिए इस जगह को खरिया भी कहते हैं।


दंगल में पहुँच कर भाई पंकज त्यागी से मिला , वे कुश्ती के राष्ट्रिय चैंपियन हैं उन्होंने अपने जन्म दिन पर इस दंगल का आयोजन किया। उन्हें धन्यवाद देकर अपना स्थान ग्रहण किया। तय समय पर दंगल शुरू हुआ। सैकड़ों की संख्या में बाल पहलवान अखाड़े पर पहुंचे। एक ही बार में चार चार जोड़े बाल पहलवानो की कुश्तियां कराई गई। बाल पहलवानो के लिए अपनी कुश्तियां दिखाने का यह एक सुनहरा अवसर था। कई अच्छे पहलवान तो कई कई बार कुश्तियां लड़े। हरयाणा में इस कहते हैं घुले। कुश्तियां बीस , पचास , सौ , दो सौ , पांच सौ , हज़ार , इक्कीस सौ से लेकर इक्यावन सौ तक पहुंची। शानदार कुश्तियां देखकर दर्शकों को मजा आ गया।
बादशाहपुर से ललित , मटरू , छोटू , सोनू , कार्तिक , विक्की , विशाल व नवीन , घिटोरनी से मोनू , आयानगर से मनीष , नाथूपुर से हैप्पी , रोहित , ऐसे ही धरमु अखाडा सोहना , घासेड़ा , तावडू , लाडपुर ,

दंगल में अतिथि बन कर आये WFI के सीनियर कोच अशोक कुमार , जिन्हे ओलिंपिक में रेफेरशिप के लिए चुना गया हैं। वहीँ कोच जितेंदर कुमार और गुडगाँव की धरती पर कुश्ती को जमाने , चलाने और परवान देने वाले कोच जयभगवान जी , जो हमेशा ही क्षेत्र की कुश्ती प्रतियोगिताओ का संचालन करते हैं मौजूद रहे।

दंगल में माइक व व्यस्था व जज का काम किया बादशाहपुर के रामवतार पहलवान ने। उन्होंने शुरू से अंत तक माइक थामे रखा और दंगल का कार्य बखूभी संचालित किया।

दंगल में विशिष्ठ अतिथि श्री विजयपाल यादव SHO , इंस्पेक्टर सदर गुडगाँव , द्रोणाचार्य कोच गुरु हनुमान अखाडा महावीर राव जी , अर्जुन अवार्डी राजीव तोमर , अर्जुन अवार्डी सुरजीत मान , जितेंदर नेशनल कोच , जैभगवाल कोच , सुभाष त्यागी सरपंच बादशाहपुर , लालाराम त्यागी , राव वर्धन NSUI ऋषिपाल जी आया नगर से , राव निक्कू , धर्मबीर डागर , मुकेश जैलदार , रामवतार पहलवान , श्रीपाल पहलवान , अनिल जुडो गोल्ड मेडलिस्ट इंस्पेक्टर क्राइम ब्रांच , पहलवान मुकुल लाडपुर , रहे। सभी अतिथियों का पगड़ी पहना मोमेंटो भेंट कर स्वागत किया गया।

दंगल की पहली कुश्ती हुई डेढ़ लाख रूपये इनाम के लिए गुरु हनुमान अखाड़े के नामी पहलवान नवीन मोर व आसिफ पहलवान के बीच। कुश्ती बहुत बढ़िया चली। जिसमे नवीन मोर विजयी रहे।
दंगल की दूसरी कुश्ती हुई गुरु हनुमान अखाड़े के दुष्यंत दलाल व् सोनीपत के एक पहलवान के बीच। इस कुश्ती में दुष्यंत दलाल ने जीत दर्ज की और 71000 /- रूपये नकद इनाम भी जीता।
दंगल की तीसरी कुश्ती गोटी गुरु हनुमान व् स्वरुप पहलवान सोनू अखाडा के बीच। यह कुश्ती कांटे दार हुई , और बराबरी पर छूटी।
वहीँ दंगल की एक शानदार कुश्ती में जीतू पहलवान और मंजीत लाडपुर के बीच शानदार कुश्ती बराबरी पर छूटी।
दंगल में सभी गुरु खलीफाओं का मान सम्मान किया गया। पहलवानो को भरपूर इनाम बांटे गए। जनता ने एक से बढ़ कर एक शानदार कुश्तियां देखि। साथ ही कुश्ती खेल से जुडी कई महान हस्तियों के दर्शन भी जनता को हुए। इस प्रकार भाई पंकज त्यागी के जन्मदिवस पर बादशाहपुर में हुआ ये विशाल दंगल , कुश्ती की बेहतरीन यादें लिए इतिहास के पन्नो में दर्ज हो गया। और दर्ज हो गया भाई पंकज जैसे बेहतरीन कुश्ती प्रेमी का नाम। जिन्होंने इस इवेंट को एक शानदार और सफल इवेंट का रूप दिया। मेरी तरफ से उनको हार्दिक शुभकामनाएं।




ENGLISH VERSION


Pankaj Tyagi is a national champion wrestler and has devoted his life to this great Indian tradition. So he decided that he would celebrate his birthday by organizing a big wrestling competition.
He invited scores of wrestlers from akhadas throughout the region to take part in the dangal in Village Badshahpur, Gurgaon , Haryana. Friends, relatives and people from the village helped get everything ready. And when the day finally came, the event was a huge success.

TOP MATCHES:

Navin Mor, Bharat Kesri vs. Aasif, Chandigarh Kesri. Prize 1.5 Lac
The match was a delight to watch. Naveen pinned his opponent and earned a great reward of Rs, 150,000/-.

Dushyant Dalal, Hanuman Akhada vs. Sonipat Wrestler. Prize 71,000
Dushyant fought well today, pining the wrestler from Sonipat to win the match.

Goti, Hanuman Akhada vs. Sarup, Sonu Akhada. Prize 21,000
Goti returned to competition after a long absence. The wrestlers were well matched and their bout continued until the time ran out and it was declared a draw.

Jeetu, Shaymlal Akhada vs. Manjit, Leelu Ladpur. Prize 11,000
Jeetu was magnificent today. He was up against another great wrestler, Manjit of Leelu Ladpur Akhada. Jeetu accidently hit Manjit on the face, resulting an injury and the match had to be stopped.

Other Bouts:
Lalit, Matru, Chotu, Sonu, Kartik, Vicky, Vishal, Naveen and others wrestled well and won their respective bouts.

Honorable Guests:
Many renowned people in the field of wrestling and others graced the event with their presence. A few of them were as follows:


  • Mr. Vijay Yadav – Inspector Sadar Gurgaon
  • Dronacharya Coach Mahavir Rao
  • Arjun Awardee Rajiv Tomar
  • Arjun Awardee Surjeet Maan
  • Jitender National Coach
  • Jaibhagwan Coach Gurgaon Stadium
  • Subash Tyagi Sarpach Badshahpur
  • Lalaram Tyagi
  • Rao Vardhan (NSUI)
  • Rao Nikku
  • Dharambir Dagar
  • Mukesh Jaildar
  • Ram Avtar Pahalwanji
  • Shri Pal Pahalwanji
  • Anil (Judo) Inspector Crime Branch
  • And All Villagers



All the gurus, coaches, khalifas and dignitaries were felicitated and given headgear and mementos.

Pankaj Tyagi made the event a memorable one. He contributed immensely to the benefit of wrestling by organising the event. I thank him personally for inviting me to see such a great event and honoring me before the crowd.

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