Late Choudhary Brahmpal ji Kushti Akhada Guru Prmukh Leelu Pahlwan
Village Dagarpur, Khekda, Baghpat, Uttar Pardesh.
By Deepak Ansuia Prasad
बागपत ,खेकड़ा क्षेत्र में लोक् संगीत , कुश्ती कबड्डी जैसे ग्रामीण खेलों को संरक्षण देने व् विकसित करने का काम लीलू पहलवान बखूबी कर रहे हैं। उन्होंने अपने क्षेत्र में , एक बेहतरीन कुश्ती अखाड़े का निर्माण किया है। यहाँ पहलवानो के लिए अखाडा , जिम , हॉस्टल तथा कुश्ती के लिए अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं। आस पास के गाँवों में कुश्ती देखने , दिखाने का बहुत शौक हैं। लोग अपने बच्चों को पहलवान भी बनाना चाहते हैं। बच्चा चाहे किसी भी जाति , धर्म , सम्प्रदाय से हो , लीलू पहलवान सबको एक समान मानते हुए , कुश्ती कला में पारंगत कर रहे है। लीलू पहलवान ने अपनी कष्ट कमाई से क्षेत्र में इस शानदार कुश्ती स्कूल को स्थापित कर अपने आप में एक मिसाल कायम की हैं। कुश्ती दंगल , कबड्डी , खो खो जैसे प्राचीन खेलों के कम्पटीशन करवा के पहलवानो व् खिलाड़ियों को दर्शकों के सामने अपनी प्रतिभा को दर्शाने का मौका देते हैं। इसके साथ ही लीलू पहलवान , लोक गीतों , रागनी इत्यादि के प्रोग्राम करवा कर , लोक कलाकारों को भी संरक्षण देते हैं।सच में लीलू पहलवान के निस्वार्थ प्रयासों ने खेलों और लोक कलाओं को संरक्षण तो दिया ही हैं , इसी माध्यम से राष्ट्र को एक नई सोच नई दिशा भी दी हैं।लीलू पहलवान जी की के ये कदम अत्यंत सराहनीय हैं , जिनका लोग हमेशा अनुसरण करेंगे।
English Version
Leelu Pahlwan and his brother Manupal bansal have been successfully supporting wrestling and other traditional games in his village. He has opened a wrestling school which provides all necessary facilities to aspiring wrestling champions. The people of the village enthusiastically send their children to the school run by Leelu Pahlwan, who teaches every student irrespective of his caste or creed. Leelu Pahlwan launched his wrestling school with his own money and is contributing to the greater goal of a healthy and happy society. He deserves great praise for his efforts. Leelu pahlwan also organises a traditional competition of folk music, kushti and kabaddi to promote the age old traditions.
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