By Deepak Ansuia Prasad
स्टेडियम के बीचों बीच दो अखाड़े सजे थे , जिन पर लाल मिटटी अतीव शोभायमान थी , पहलवानों की यह समरभूमि ऐतिहासिक कुरुक्षेत्र के मैदान में हुए रण की यादों को लौटा रही थी जिसको हिन्दुस्तान के सर्वश्रेष्ट महाराथायों ने अपने रक्त से रंजित किया था ! अखाड़े के ठीक सामने अतिथियों के लिए मंच सजा था, जिस पर सभी माननीय अतिथि गन अपना -२ स्थान ग्रहण कर चुके थे, उनके दोनों पक्ष में विशिष्ट लोगों के बैठने की व्यस्था थी , अखाड़े के चरों ओर लोहे की रेलिंग थी जिसे भीतर मत रेफरी और अन्य ओफ़्फ़िसिअल्स अपने अपने स्थान पर नियत थे . अखाड़े में सभी राज्यों के पहलवान अपने परिधान पहने अपने राज्यों के ध्वजों के साथ मार्च पास्ट के लिए बैठे थे , एक तरफ कुछ बालाएं भारत नाट्यम का अभ्यास कर रही थी, जिसका आयोजन उदघाटन समारोह का मुख्य आकर्षण था ! दूरदर्शन, मीडिया, समाचार पत्रों से आये बीसियों पत्रकार अपने अपने कैमरों और अन्य यंत्रों के साथ समारोह को कैद करने के लिए आतुर थे, तभी मुक्य मंत्री रेड्डी साहब का शुभ आगमन हुआ, उन्होंने दर्शकों को संबोधित किया , फिर अंजन यादव जी नि, मुख्या मंत्री ने बीस लाख रूपये का चेक आयोजन समिती को भेंट किया , फिर मार्च पास्ट आरम्भ हुआ, उसके ठीक बाद, भरतनाटयम का शानदार पर्दर्शन हुआ , सब विस्मृत से नृत्य की इस महान कला को देख आनंद विभोर हो उठे , तत्पश्चात मुख्या मंत्री महोदय ने खेलो के आरंभ की घोषणा की और प्राम्भिक रौंद के मच आरम्भ हुए !
ENGLISH VERSION:
The stadium was now ready. There was a big stage for special guests and an enclosure for VIPs. Musicians were stationed beside this area and three platforms were set up for electronic media. In front, were desks for referees, the announcers, and other mat officials. As the opening ceremony began, school marched past the stage carrying signs of all the participating states. The announcer introduced participants and the chief minister unfurled the flag and gave a speech. Sh. Anjan Kumar Yadav spoke next and after we saw a beautiful display of traditional Indian dance: bharat naatayam. The chief minister then declared the games open, and the qualifying matches got started.
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