अपने सब प्रतिद्वंदियों को पछाड़ कर मौसम खत्री हिंद केसरी की दावेदारी थोक चुके थे, उन्हें इस पद का उचित दावेदार माना जा रहा था , पिछले साल हिंद केसरी रह चुके मौसम अब अखाड़े में अपना करतब दिखने आ पहुंचे , दर्शको ने शोर मचा कर उनका स्वागत किया , उन पर सबकी निगाहे थी ! इसी प्रकार रोहित पटेल अपने सब प्रतिद्वंदियों को रौंदते हुए मौसम के सामने आ डटे ! श्री अंजन कुमार यादव जी द्वारा कुश्ती का उदघाटन किया गया ! और दोनों पहलवानों ने कुश्ती शुरू की ! दोनों पहलवान बराबरी के थे , सो एक दुसरे की तरफ देखते , अपना बैलेंस बना दुसरो को धकेलते, जोर लगा नीचे बैठाने की कोशिश करते , या एक दुसरे पर झपट पड़ते , दर्शक सांस रोके मुकाबले को देख रहे थे , कभी मौसम जोर लगाता तो रोहित उसे धकेल दे कर छुड़ा लेता, कभी रोहत बिजली की तरह झपटा तो चीते की तरह मौसम उसकी कैद से निकल भागता मध्यांतर तक कोई भी पहलवान एक भी अंक न बना सका , मध्यांतर के बाद कुश्ती और तेज हो गई समय गुजरता रहा था जब २-३ मिनट शेष थे तो रोहित ने अटैक किया , मौसम ने बचाव , दोनों अखाड़े में गिर पड़े दर्शकों की आवाज बैठ गई , सुई भी गिरे तो आवाज हो पर किसी को एक न मिला इस पर मौसम ने रोहित को बैठा उसके पीछे पहुँच अंक लेने की कोशिश की पर रोहित कहाँ काछी मिटटी का बना था फूर्ती से बचाव कर मौसम के पीछे पहुँच एक अंक प्राप्त किया और बढ़त ली , समय न था , अब मौसम के लिए करो या मरो का सवाल था सो उसने अटैक लगाया , रोहित को बाजुओं में भर , तंग में तंग फंसा उलटी लगाने के प्रयास किया ,रोहित पहले से तैयार था सो उसने बचाव कर मौसम पर अपना दांव फेंका और मौसम चारों खाने चित्त जा पड़ा , रोहित पटेल ने विजय हुंकार भरी और वर्ष २०११ का हिंद केसरी तय हुआ ! पैतालिस्वें हिंद केसरी टाइटल प्रतियोगिता में उत्तरांचल के टीम ने भी भाग लिया जिसमे सत्यवान पहलवान ९४ + वजन में द्वितीय रहे उन्हें अपनी उम्र से दुगने , व् वजनी नाड पहलवान से पराजय का मुंह देखना पड़ा , कुल मिलकर सारा स्टेडियम सत्यवान के पक्ष में था , पर अंत में नाड को सफलता मिली ! सत्यवान पहलवान को भी ढेरो शुभकामनाये , श्री अंजन कुमार यादव जी, जगदीश कालीरमण व् कृपा शंकर पहलवान ! कुश्ती के इतिहास में सम्माननीय संसद सदस्य अंजन कुमार यादव जी को कभी न भुलाया जाएगा ! उनकी अपार लगन, कठिन परिस्श्रम और दंगल के लिए धन जुटाने के कारण वे पहलवानों के शिरोधार्य बने ! देश भर के पहलवानों को प्रतियोगिता के लिए बुलावा देना , पुराने पहलवानों को सम्मान के लिए बुलाना , और दूरदर्शन के लिए कमेंटरी देने पर मई जगदीश पहलवान और किरपा शंकर पहलवान का तहे दिल शुक्रिया अदा करता हूँ जिनकी कठोर लगन और परिश्रम ने दंगल में चार चाँद लगा दिए ! कुश्ती कला की इन महान विभूतियों के अथक परिणाम स्वरुप आज कुश्ती का निखर हुआ उजला स्वरुप सामने आ रहा है ! धन्यवाद दीपक अनुसूया प्रसाद
ENGLISH VERSION:
Mausam Khatri was the defending Hind Kesari champion, so all eyes were on him. Hi opponent, Rohit Patel was a great wrestler, so this was boun to be an exciting match. Hon M.P Anjan Yadav ji and other dignitaries inaugurated the bout.
The crowed was equally divided between supporters of Mausam Khatri and Rohit Patel fans. The match was also broadcast live by DD sports channel and Hyderabad Doordarshan Kendra. So the whole country was waiting to see who would take the Hind Kesari title. The match was divided into two six-minute rounds, with a short rest period in between. In the first round, neither wrestler managed to score a single point.
The wrestling became more intense in the second round. There crowd grew more excited as each wrestler attempted takedowns. Suddenly Mausam Khatri attacked, but Rohit Patel defended well and scored one point.
Finally, Mausam Khatri shot a takedown, but Rohit Patel turned the attack to his advantage and pinned the defending champion. The crowd went wild. It was a bit of history in the making because the first Hind Kesari from MP, a wrestler named Ramchander, was in the audience to see Rohit Patel’s great victory.
When the event ended there was chaos all around people were running here and there to greet the winning wrestlers. In the midst of the chaos, the awards were given to the wrestlers: cash prizes, scooters, bikes etc. Shree Anjan Kumar Yadav ji thanked everyone who participated for making the 45th Hind Kesari such a great success and declared the championship over.
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