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टीकली , बाँस गाँव के महाबीर पहलवान ने , अपने गाँव और बादशाहपुर क्षेत्र के आस पास के गाँवों में खेलों के प्रचार प्रसार , खासतौर पर कुश्ती खेल के लिए एक बढ़िया कुश्ती दंगल का आयोजन किया जिसमे आस पास के गाँवों और दूर दराज से भी पहलवान गुरु खलीफा और दर्शकगण पहुंचे। कुश्ती दंगल में दर्शकों ने बढ़िया पहलवानो की कुश्तियां हुई जिसका दर्शकों ने भरपूर मजा लिया , और आने वाली युवा पीढ़ी को खेलों से जुड़ने की प्रेरणा मिली। स्टार पहलवान जीतू, अजय सोहना , जाहुल मेवात , अन्नी घिटोरनी , आकाश नाथुपुर , आनंद पहलवान , विक्की मुझेड़ी से कुश्ती में भाग लेने अपने - 2 गुरु खलीफाओं के साथ पहुंचे। बादशाहपुर अखाड़े से रामावतार पहलवान व् खुद महाबीर पहलवान ने रेफेरशिप की जिम्मेवारी ली , उनकी टीम ने माइक संभाला व् नकद इनाम वितरित किये। दंगल में मुकेश शर्मा जी के छोटे भाई काले पहलवान मुख्य अतिथि रहे , उन्होंने दंगल कमिटी को नकद सहायता व् महाबीर पहलवान के अखाड़े को भी सहायता प्रदान की। मुकेश शर्मा व् भाई काले पहलवान का बहुत बहुत धन्यवाद , वे हमेशा कुश्ती खेल से जुड़े रहते हैं , और अपनी नेक कमाई से दंगल कमेटियों की मदद करते रहते हैं।
अजय और सुनील के बीच पहली कुश्ती शानदार रही , अजय अब अच्छे पहलवान हैं , गुरु हनुमान अखाड़े के भारी भरकम पहलवान सुनील के साथ उनकी कुश्ती देखने लायक थी , अजय ने सुनील पर बढ़िया अटैक लगाए , सुनील ने भी ख़ूबसूरती से बचाव किये। कुश्ती देर तक चली , अँधेरे के कारण कुश्ती को छुड़ा कर बराबर घोषित किया गया। दंगल कमेटी ने इनाम की राशि दोनों पहलवानो में बराबर बांटी।
वहीँ एक कुश्ती में आकाश ने अपने प्रतिद्वंदी को चित किया।
जीतू पहलवान की कुश्ती आसलवास रेवाड़ी के सुक्की पहलवान से हुई , और कुश्ती तय समय के अंत तक बढ़िया चली , कुश्ती के अंत में जीतू ने अटैक लगाया तो दोनों पहलवान फिसल कर जमीन पर गिर गए , जीतू ने फूर्ति से उठकर सुक्की को चित्त किया और कुश्ती व् इनाम जीता।
आनंद पहलवान ने दो कुश्तियां लड़ी , पहली कुश्ती में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी पहलवान को चरखा दांव पर चित्त किया और दूसरी कुश्ती उनकी जाहुल पहलवान से हुई , कहते हैं एक बार जाहुल पहलवान ने गुरु सतपाल अखाड़े के नामी पहलवान गूंगा को भी चित्त कर लिया था। जाहुल मेवात के बढ़िया पहलवान हैं , और उन्होंने आनंद को चरखा दांव पर ही आसानी से चित्त कर लिया।
रामवतार अखाड़े के एक पहलवान ने शानदार ढंग से कलाजंग पर अपने प्रतिद्वंदी पहलवान को चित्त किया और बहुत तालियां बटोरी।
मोगली पहलवान एक गरीब परिवार से हैं , कुश्ती में उन्हें काफी दिन हो गए हैं , कुश्ती कला में तो वे निपुण हैं पर मदद के अभाव में बमुश्किल कुश्ती का अभ्यास कर पाते हैं, इस बार उन्होंने तीन कुश्तियां लड़ी दो जीती और एक बराबर रही। मोगली जैसे अच्छे पहलवान की सहायता के लिए मै भी कुश्ती प्रेमियों से गुजारिश करूँगा।
इसी तरह छोटे और बाल पहलवानो के लिए ये एक बहुत अच्छा दिन रहा। उन्होंने कई कई बार कुश्तियां लड़ी और नकद इनाम बटोरे। इन बाल पहलवानो को लोगों के सामने कुश्ती दिखाने का जो अनुभव मिला , वो उन्हें उम्मीद और हौसला प्रदान करेगा और इन बच्चों में से ही कई आगे चलकर अच्छे पहलवान बनेंगे।
दंगल कमिटी ने सभी गुरु खलीफाओं , व् अतिथयों का पगड़ी पहना कर स्वागत किया।
ENGLISH VERSION
Star wrestlers Ajay, Akash, Sanjay, Jahul, and Jeetu were among the competitors at a wrestling competition organized by Mahabir Pahlwan of Village Teekli to promote the sport in his area as well as the villages of Badshahpur and Baans.
It was a small but very successful event. Wrestlers from many wrestling schools came to compete. The referee of the event was Ram Avtaar Pahlwan of Badshahpur and Mahabir Pahlwan himself looked over the matches.
Kala Pahlwan, brother of Mukesh sharma pandit ji, was the chief guest. He was pleased to see such a great gathering and contributed to the cash prizes and also donated some money to the local wrestling club.
The first prize match was between Ajay and Sunil. Ajay is from Sohna, Guru Inder Akhada, and Sunil is from Guru Hanuman Akhada, New Delhi. Ajay controlled Sunil, a heavy wrestler, but failed to pin him. The match went on for a long time and was finally called a draw. The cash prize was distributed between both the wrestlers equally.
The second prize match was between Jeetu Pahalwan of Guru Shyamlal Akhada, New Delhi and Sukki Pahalwan, Village Asalwas, Rewadi, Rajasthan. The wrestlers battled it out almost to the end of the allotted time, when in the last moments of the match, Jeetu attacked his opponent and pinned him. The dangal committee gave Jeetu a very good cash prize.
Anand pahalwan fought two matches. His first match was against a wrestler of Pandat Leetu akhada, whom he pinned easily with the "Charkha" technique. In the next match, Anand was up against Jahul of Mewat, a big, skilled wrestler, who I have heard once he pinned the famous wrestler Goonga Pahalwan of Chhtrsaal stadium. Jahul pinned Anand easily with the same "Charkha" technique Anand had beaten his previous opponent with.
A wrestler of Ramavtaar akhada, showed a very good wrestling technique called "kalajung" and pinned his opponent fast. He was cheered by his fans and village people, and was given a very good cash prize.
Moughli Pahalwan wrestled three matches, winning two while the other ended in a draw. Moughli is a good wrestler from a very poor background. I have been following his wrestling career since his childhood, and he seems to be getting even better.
It was also a very good day for juniors who got a chance to wrestle many matches.
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